Sattu khane ke Fayde

गर्मियों के दिनों में सत्तू Sattu खाने के बेहतरीन फायदे आइए जानते हैं 

गर्मियों का मौसम आते ही हमारे शरीर को ठंडक और ऊर्जा की आवश्यकता बढ़ जाती है गर्मियों के दिनों में चिलचिलाती धूप,पसीना, शरीर की थकावट और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएँ आम हो जाती हैं। सदियों से चली आ रही परंपरा में खानपान में मौजूद एक बेहतरीन और देसी उपाय है – सत्तू। यह न केवल हमारे शरीर को ठंडक पहुंचाता है बल्कि स्वास्थ्य के कई फ़ायदों से भरपूर होता है। सत्तू हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है 

Sattu khane ke Faydeसत्तू को भारतीय आयुर्वेद और ग्रामीण जीवनशैली में विशेष स्थान प्राप्त है। यह एक संपूर्ण, प्राकृतिक और पोषणयुक्त आहार है, जिसे गर्मियों में सेवन करने से अनेक लाभ मिलते हैं।

सत्तू क्या है?

सत्तू दरअसल भुने हुए अनाज (जैसे जौ, चना, मक्का आदि) को पीसकर बनाया गया एक पाउडर होता है। भारत के बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और मध्य प्रदेश में यह बेहद लोकप्रिय है। सबसे सामान्य रूप से चना सत्तू का उपयोग होता है

 

सत्तू पीने के प्रमुख फ़ायदे

 

1. शरीर को ठंडक प्रदान करता है

गर्मी के मौसम में सत्तू पीना शरीर को भीतर से ठंडक देता है। साथ ही यह पेट में ठंडक बनाए रखता है और लू लगने से बचाता है।

2. पेट के लिए फायदेमंद

सत्तू फाइबर से भरपूर होता है जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। यह कब्ज, गैस, एसिडिटी और पेट फूलने जैसी समस्याओं को दूर करता है।

3. वजन घटाने में सहायक

जो लोग वजन कम करने कि सोच रहे हैं, उनके लिए सत्तू एक बेहतरीन विकल्प है। खाली पेट एक गिलास सत्तू पानी में नींबू और सेंधा नमक मिलाकर पीयें इसमें फाइबर अधिक और कैलोरी कम होती है, जिससे पेट लंबे समय तक भरा हुआ रहता है और ज्यादा खाना खाने की आदत पर नियंत्रण होता है।

4.मधुमेह (डायबिटीज़) रोगियों के लिए लाभकारी

सत्तू ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है।डायबिटीज़ के मरीज यदि बिना शक्कर का सत्तू लें, तो यह ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करता है।

5.त्वचा के लिए फायदेमंद

सत्तू हमारे शरीर को अंदर से स्वस्थ व फिट करता है, जिससे चेहरे पर निखार आता है और त्वचा स्वस्थ रहती है। और साथ ही गर्मियों में मुंहासे, पसीने की बदबू और चिपचिपाहट कम होती है।

6.महिलाओं के लिए विशेष लाभ

मासिक धर्म के दौरान थकावट और कमजोरी दूर करता है साथ ही हमारे शरीर में आयरन और कैल्शियम की कमी को पूरा करता है और हार्मोनल बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता  है।

7.बच्चों के लिए पोषणयुक्त पेय

बढ़ते बच्चों को सत्तू देना बेहद फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें मौजूद प्रोटीन, फाइबर और मिनरल्स उनकी ग्रोथ और इम्यूनिटी को बढ़ावा देते हैं।

सत्तू पीने का सही तरीका
 

1. मीठा सत्तू: बनाने का तरीका 

 2 चम्मच सत्तू को 1 गिलास पानी में मिलाकर मिक्स कर लें अपनी इच्छानुसार शक्कर या गुड़ डालकर उसमें नींबू का रस डालकर मिश्र कर लें और आपका मीठा सत्तू बनकर तैयार हो गया 

2.नमकीन सत्तू:

 2 चम्मच सत्तू को 1 गिलास ठंडा पानी में मिलाकर मिक्स कर लें और उसमें थोड़ा सा सेंधा नमक,काला नमक, जीरा पाउडर, नींबू अपने स्वादानुसार डालकर तैयार कर लें

सत्तू दोनों ही प्रकार से यह पाचन को सही रखने और शरीर को ठंडक देने में सहायक है।

ज्यादा सत्तू खाने के नुकसान 

1.सत्तू का अत्यधिक सेवन न करें – दिन में 1–2 गिलास सीमित मात्रा में लें 

2.मधुमेंह के मरीज़ मीठा  सत्तू खाने से परहेज़ करें 

3.रात को सत्तू पीने से बचें, इससे कुछ लोगों को गैस की समस्या हो सकती है।

 

सत्तू से बनाएं स्वदिष्ट व्यंजन 

सत्तू पराठा- सत्तू का पराठा आटे में सत्तू भरकर बनाया जाता है, जो स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है।

सत्तू लड्डू – खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों के लिए बेहतरीन एनर्जी बूस्टर।

सत्तू चटनी – मसाले, नींबू और सत्तू मिलाकर बनाई जाती है, जो भोजन को स्वादिष्ट बनाती है।

सारांश 

सत्तू भारतीय खानपान की वह अनमोल विरासत है जो आज के समय में भी अपनी उपयोगिता बनाए हुए है। गर्मी के मौसम में सत्तू न केवल शरीर को ठंडक ,शीतलता और ऊर्जा देता है, बल्कि यह पाचन, त्वचा, वजन, हॉर्मोन, और इम्यूनिटी के लिए भी लाभकारी है। 

यह सस्ता, पोषणयुक्त और आसानी से उपलब्ध होने वाला पेय है जिसे हर उम्र के लोग अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।

अगर आप भी गर्मियों में सेहतमंद और ऊर्जावान रहना चाहते हैं, तो रोज़ाना सत्तू को अपनी दिनचर्या में ज़रूर शामिल करें।

डिस्क्लेमर 

उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ उद्देश्यों के लिए है सही चिकित्सीय सलाह के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें 



 

 

 

 

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